बेनीपट्टी(मधुबनी): आज के इस बदलते परिवेश में जो बदलाव हमारे समाज में आया है. उसमे निश्चित रूप से बेटियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है. जब तक हम बेटियों के मूल्य को नहीं समझेंगे, तब तक समाज में बड़ा बदलाव का होना संभव नहीं है. आज समय बदल चूका है. देश प्रदेश के परिवर्तन में जितनी हिस्सेदारी पुरुषो की है, उतनी ही हिस्सेदारी महिलाओ का भी है. इसलिये हम सभी को बेटा बेटी के फर्क को भूल कर दोनों को एक समान अधिकार देना चाहिये. तब जाकर हम अपने आप को एक सफल अभिभावक कहलायेंगे. बेटियों का उत्साहबर्धन हमारे लिये सर्वोपरि है. उक्त बातें गंगौर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तर्ज पर संचालित जागरूकता अभियान संस्था द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कौआहा बरही पंचायत के मुखिया रामएकबाल मंडल ने कही. वही संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा ने कहा कि आज हम सफलतापूर्वक यहां के जनप्रतिनिधि और अभिभावको के सहयोग से बिना किसी सरकारी सहायता के बेटियों के उत्थान के दिशा में सकारात्मक कार्य कर रहे है. आज इस प्रशिक्षण केंद्र से 40 बेटियां प्रशिक्षित हो रही है और आने वाले समय में अपने आप को यह बेटी एक मुकाम हासिल करके आत्मनिर्भर बन जाएगी. बताते चले कि कौआहा बरही पंचायत के मुखिया रामएकबाल मंडल ने अपने निजी कोष से प्रशिक्षण केंद्र में दो छत पंखा दिया. इस दौरान मुखिया श्री मंडल, गंगौर मुखिया शिवचंद्र मिश्रा, रविन्द्र महतो, रालोसपा नेता गुलाब प्रसाद महतो ने संचालिका को पंखा भेंट किया. मौके पर पत्रकार अब्दुल माजिद, विक्रम भगत, शिक्षक जीबछ मिश्रा, रुपम, डेजी, काजल, अंजनी, अदिति, सोनाली, रानी, रुबी, लैला, सुनैना, तहरुन, प्रीती, जुही, अंजु देवी, सवीता, पुजा व इंदु समेत अन्य लोग मौजूद थे.
Home / ताजा खबर /
मधुबनी /
हरलाखी
/ बेटा-बेटी में कोई फर्क न करें, बेटियों के मूल्य को समझे : मुखिया
Subscribe to:
Post Comments
(
Atom
)
0 comments:
Post a Comment