हरलाखी(मधुबनी): भगवान राम जानकी की याद में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ऐतिहासिक मिथिला बिहारी का डोला धुमधाम व लाखों श्रद्धालुओं के साथ आमावश्या के दिन नेपाल के जनकपुर से तीन किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित कचुरी नामक हनुमानगढ़ी से चलकर हरलाखी के कलना स्थित कल्याणेश्वर होते हुए गिरजा स्थान फुलहर पहुँच चुका है। जहां लाखों की संख्या में देश विदेश के साधु संत व श्रद्धालु के भीड़ देखते ही बन रही थी। दोपहर को जैसे ही श्री मिथिला बिहारी का डोला फुलहर पहुंचा वैसे ही डोला की एक झलक पाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्थानीय लोगों के द्वारा श्री मिथिला बिहारी की डोला का फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया गया। परिक्रमा यात्री अपने अपने पंडाल लगाकर विश्राम कर रहे थे तो कहीं कीर्तन भजन में लीन दिख रहे थे। बतातें चले कि 18 फरवरी को श्री बिहारी जी का डोला फुलहर से उठकर मधवापुर मटिहानी के लिए रवाना होगी। इसी तरह अगले पढ़ाव में जलेश्वर, मरई, धु्रवकुंड, कंचन वन, पर्वता, धनुषा, सतोखर, औढ़ी, करुणा पुन: कलना में आकर अंतगृह होगी। पंद्रह दिनों का परिक्रमा पूर्ण होने के साथ संवत दिन जनकपुर पहुंचकर समाप्त हो जाएगी। बतादें कि यह परिक्रमा कलना एवं गिरजा स्थान फुलहर पंहुचने पर स्थानीय लोगो के द्वारा परिक्रमा में आये साधु संत व लाखों श्रद्धालुओं के भोजन, पानी, लाइट, पंडाल व रहने के व्यवस्था के साथ अन्य कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वही कलना रामजानकी मठ के महंथ संत राम भुषण दास निर्मोही ने बताया कि मिथिला बिहारी का डोला में भक्तगण 84 लाख यौनियों से उद्धार पाने के लिए 84 कोस का जनकपुर परिक्रमा करते हैं। हरलाखी थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं के सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किए गए है।
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