मधुबनी: जिले के लखनौर में सेवा पुस्तिका पर हस्ताक्षर करने के एवज में प्रति शिक्षक 500 रुपये घूस मांगने वाला मामले की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी, कि इसी बीच झंझारपुर प्रखंड में भी यह मामला शनिवार को तूल पकड़ लिया। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने आरोप लगाया कि सातवें वेतनमान के फिक्सेशन करने के लिए झंझारपुर प्रखंड के सभी संकुल समन्वयक के माध्यम से प्रति शिक्षक 500 रुपये की मांग की गई है। संघ का आरोप है कि जब तक यह मामला उनलोगों तक पहुंचता तब तक कई हजार रुपये की वसूली विभिन्न संकुल समन्वयकों द्वारा कर ली गई। बताया गया कि शिक्षकों से अवैध रूप से वसूली गई घूस की यह राशि प्रखंड शिक्षा विभाग के अधिकारी तक पहुंचाई जाएगी। कुछ राशि जिला शिक्षा विभाग में भी खर्च की जाएगी। इसकी सूचना मिलने पर संघ के प्रखंड अध्यक्ष मो. मुर्तजा ने अपनी टीम के साथ बीईओ शंभू शरण सिंह से मुलाकात की और इस बाबत विरोध प्रकट किया। मो. मुर्तजा ने कहा कि कई संकुल समन्वयकों ने प्रति शिक्षक 500 रुपये की राशि शिक्षकों से वसूली है। साथ ही कहा गया है कि सेवा पुस्तिका पर हस्ताक्षर कराने के लिए डीपीओ स्थापना कार्यालय में राशि खर्च करनी पड़ती है। बीईओ शंभू शरण सिंह ने इससे साफ इंकार किया और कहा कि उनके संज्ञान में यह बात नहीं है। वे इसकी जांच कराएंगे। इसके बाद संघ के लोगों ने महावीर मंदिर प्रांगण में एक आपात बैठक की और कहा कि अब एक भी शिक्षक से अगर सूचना आती है कि पैसा मांगा जा रहा है तो संघ धरना, प्रदर्शन तथा आमरण अनशन करेगा। बैठक में प्रेमचंद्र प्रसाद, रामकुमार महतो, मो. रियाजुद्दीन, सुरेश पासवान, आलोक रंजन, अवधेश कुमार, शमशाद आलम, देवचन्द्र प्रसाद, भागीरथ प्रधान, राजेश कुमार, प्रशांत कुमार मंडल सहित दर्जनों शिक्षक थे।
0 comments:
Post a Comment