फोटो :- मधवापुर के भवगाछीटोल में विद्यालय में जारी तालेबंदी
मधवापुर: ग्रामीणों और अधिकारियों की अघोषित जंग के कारण मधवापुर प्रखंड के एक विद्यालय में 100 वें दिन बीतने के बावजूद तालेबंदी जारी है. ग्रामीणों व अधिकारियों के बीच व्याप्त रसाकसी का आलम है कि पिछले तीन माह से अधिक दिनों से विद्यालय का पठन पाठन पूरी तरह ठप है. यहां सरकार की अनिवार्य व गुणवत्ता शिक्षा का ढ़कोसला इस बर्चस्व के जंग की भेंट चढ़ रही है. मामला मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय भौगाछी टोल का है, जहां विद्यालय के एचएम मणिमाला कुमारी के द्वारा अनियमितता बरते जाने व कथित लाखों की सरकारी राशि का गबन मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा विद्यालय में 30 दिसंबर को तालाबंदी कर दिया गया था और जांच की मांग अधिकारियों से की थी. वहीं 21 जनवरी को मानव ऋृंखला में बच्चों के द्वारा बहिष्कार करने की घोषणा से आनन फानन में कुछ अधिकारियों ने देर रात में गांव में जाकर ग्रामीणों से वार्ता की थी और फरवरी माह के पहले सप्ताह तक निदान करने का आश्वासन दिलाकर अभिभावकों से ऋृंखला में भाग लेने की सहमति प्राप्त की थी, पर ऋृंखला निर्माण कार्यक्रम संपन्न होने के बाद अधिकारियों को उक्त समस्या के निदान से कोई मतलब ही नही रहा. उधर इस मामले को हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर के द्वारा भी 8 मार्च को बिहार विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के नियम 104 के तहत लोक महत्व के विषय पर ध्यानाकार्षण के तहत विधानसभा में उठाया जा चुका है. विधायक के द्वारा सदन में मामले की जांच करने व दोषी पर कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने का आग्रह भी किया गया, बावजूद अधिकारियों के कानों पर जूं नही रेंग पाया. दूसरी ओर ग्रामीणों ने भाजपा जिला अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर से भी न्याय दिलाने की गूहार लगायी, पर अब तक नतीजा वही ढाक के तीन पात वाली ही रही है. श्री ठाकुर ने भी प्रतिनिधि से कहा सरकार की गुणवत्ता शिक्षा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है और अधिकारियों की जेबे गर्म हो रही है. भ्रष्टाचार को लेकर लोग तीन माह से चिल्ला रहे हैं, इधर सुशासन बाबू के गुणवत्ता व अनिवार्य शिक्षा के दावे पर ये अधिकारी कुंडली मारे बैठे हैं. कहा भाजपा इस मामले को सड़क से सदन तक उठाकर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेगी.
मधवापुर: ग्रामीणों और अधिकारियों की अघोषित जंग के कारण मधवापुर प्रखंड के एक विद्यालय में 100 वें दिन बीतने के बावजूद तालेबंदी जारी है. ग्रामीणों व अधिकारियों के बीच व्याप्त रसाकसी का आलम है कि पिछले तीन माह से अधिक दिनों से विद्यालय का पठन पाठन पूरी तरह ठप है. यहां सरकार की अनिवार्य व गुणवत्ता शिक्षा का ढ़कोसला इस बर्चस्व के जंग की भेंट चढ़ रही है. मामला मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय भौगाछी टोल का है, जहां विद्यालय के एचएम मणिमाला कुमारी के द्वारा अनियमितता बरते जाने व कथित लाखों की सरकारी राशि का गबन मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा विद्यालय में 30 दिसंबर को तालाबंदी कर दिया गया था और जांच की मांग अधिकारियों से की थी. वहीं 21 जनवरी को मानव ऋृंखला में बच्चों के द्वारा बहिष्कार करने की घोषणा से आनन फानन में कुछ अधिकारियों ने देर रात में गांव में जाकर ग्रामीणों से वार्ता की थी और फरवरी माह के पहले सप्ताह तक निदान करने का आश्वासन दिलाकर अभिभावकों से ऋृंखला में भाग लेने की सहमति प्राप्त की थी, पर ऋृंखला निर्माण कार्यक्रम संपन्न होने के बाद अधिकारियों को उक्त समस्या के निदान से कोई मतलब ही नही रहा. उधर इस मामले को हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर के द्वारा भी 8 मार्च को बिहार विधानसभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली के नियम 104 के तहत लोक महत्व के विषय पर ध्यानाकार्षण के तहत विधानसभा में उठाया जा चुका है. विधायक के द्वारा सदन में मामले की जांच करने व दोषी पर कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने का आग्रह भी किया गया, बावजूद अधिकारियों के कानों पर जूं नही रेंग पाया. दूसरी ओर ग्रामीणों ने भाजपा जिला अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर से भी न्याय दिलाने की गूहार लगायी, पर अब तक नतीजा वही ढाक के तीन पात वाली ही रही है. श्री ठाकुर ने भी प्रतिनिधि से कहा सरकार की गुणवत्ता शिक्षा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है और अधिकारियों की जेबे गर्म हो रही है. भ्रष्टाचार को लेकर लोग तीन माह से चिल्ला रहे हैं, इधर सुशासन बाबू के गुणवत्ता व अनिवार्य शिक्षा के दावे पर ये अधिकारी कुंडली मारे बैठे हैं. कहा भाजपा इस मामले को सड़क से सदन तक उठाकर भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेगी.
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