मधुबनी: कौन कहता है कि आसमान में सुराग नहीं होता, एक पत्थर तो तवियत से उछालों यारों...। अपनी कड़ी मेहनत एवं लगनता से अध्ययन कर मधुबनी जिला के खजौली प्रखंड के तारापट्टी गांव निवासी स्व. रामेश्वर सिंह, स्वतंत्रता सेनानी के पौत्र मोतीश कुमार सिंह ने बिहार सुपिरियर जुडिशियल सर्विसेज ईग्जामिनेशन 2016 की परीक्षा व इंटरव्यू पास कर जिला जज(इंट्री लेवल) बन गये है। इस परीक्षा में बिहार में कुल 98 अभ्यर्थियों का मेरिट लिस्ट तैयार हुआ है। जिसमें उन्हांने 27वां रैंक हासिल किया है। उनके जिला जज बनने से न केवल खजौली प्रखंड बल्की मधुबनी जिला गौरवान्ति महसूस कर रहा है। दूरभाष पर हुई बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि वे प्रारंभिक पढ़ाई गांव में ही रहकर पूरा किये है। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून(ला)ॅ की डिग्री हांसिल की। वर्तमान में वे दिल्ली हाई कोर्ट एवं उच्चतम न्यायालय में बतौर अधिवक्ता के रूप में कार्य कर रहे थे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने अग्रज सरावे पंचायत के पूर्व मुखिया हीरा सिंह, अपने भावी सरावे पंचायत की वर्तमान मुखिया संयोगिता देवी एवं अपने शिक्षक को दे रहे थे। जिनके सफल मार्गदर्शन के बदौलत उन्होंने इस मुकाम को हांसिल किया है। उन्होंने कहा कि जिला जज पद की गरिमा को ध्यान मे ंरखते हुए वे इस पद के कर्तव्य एवं दायित्व का निर्वहन निष्ठापूर्वक करूंगा, न्यायिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालन एवं फैसला करने की उन्होंने प्रतिबद्धता दोहराई। सफलता का मूलमंत्र प्रारंभ से ही योजनाबद्ध तरीकें से कड़ी मेहतन एवं एकाग्रता के बदौलत कठिन से कठिन परीक्षा पास किया जा सकता है।
साभार: पारस ठाकुर
साभार: पारस ठाकुर
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