अंधराठाढ़ी(मधुबनी): प्रखंड परिक्षेत्र के लोगों में एक बार फिर से नये प्रखंड व अंचल बनने की उम्मीद जगी है। जिलाधिकारी मधुबनी ने प्रखंड प्रशासन से प्रखंड अंचल और थाना के सीमांकन का नया प्रस्ताव मांगा है। इससे पहले भी उन्होंने अपने पत्रांक के मार्फत 978 दिनाक 22 मई 2017 को प्रस्ताव मांगा था। दरअसल सामान्य प्रशासन विभाग बिहार सरकार पटना को इन प्रस्तावों की दरकार है। अपने पत्रांक 1287 दिनाक 03 फरवरी 2017 और पत्रांक 2813 दिनाक 07 मार्च 2017 से जिलाधिकारी को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया था। इन निर्देशो के तहत प्रखंडो से प्रेषित प्रस्ताव अब तक लंबित है। अब नये प्रस्ताव मांगें जा रहे है।
अंधराठाढ़ी परिक्षेत्र में मदनेश्वर स्थान और रुद्रपूर को प्रखंड बनाने की मांग हमेशा से मुखर रही है। इस बीच रुद्रपूर में नया थाना बन गया। दशको पूर्व मदनेश्वर स्थान को प्रखंड बनाने की जोरदार मुहिम चली थी। योगेन्द्र यादव इसके अगुआ थे। वे अब सरकारीकर्मी है और इस मुहिम से अलग है। डॉ0 उमेश यादव, शिव शंकर यादव, देवलाल यादव, सहित कई पूर्व और मौजूदा पंचायत प्रतिनिधि आज भी मदनेश्वर स्थान को प्रखंड बनाने की मांग कर रहे है। इन लोगो का तर्क है कि मदनेश्वर स्थान तीन प्रखंडो और तीन विधान सभाई क्षेत्रो का मिलन स्थल है। रेल और माकूल सड़क यात्रा की पहुँच के बाहर है। अंधराठाढ़ी प्रखंड के मदना एवं जलसैन, बाबूबरही की कुल्हरिया, सर्रा, सैनी मैनी, बगहा एवं कुसुमार आदि पंचायतों को मिलाकर प्रखंड बनाया जा सकता है। इससे इस सूदूर देहाती अंचल का विकास नया गति पकड़ेगा।
इधर गंगद्वार, मैलाम, सिजोल पंचायत वासियों की और कवारपट्टी गांव वासियों की एक दूसरी मांग है। ये राजनगर प्रखंड से जुड़ना चाहते है। ये कमला बलान नदी पार अंधराठाढ़ी प्रखंड पश्चिमी हिस्से है। नदी में पुल नहीं है। इस कारण सड़क मार्फत भगवानपुर वाया पिपराघाट 30 की0मी0 की दुरी तय कर अंधराठाढ़ी आने की मजबूरी बनी हुई है। एनएच 57 और झंझारपुर होते हुए भी अंधराठाढ़ी की दूरी 45 कि0 मी0 हो जाती है। राजद राज्य परिषद सदस्य और पूर्व मुखिया महेंद्र यादव ने बताया कि इन पंचायतों के लोग आधा घटे के अंदर राजनगर पहुँच सकते है। वर्षो पूर्व ऐसा प्रस्ताव प्रखंड पंचायत समिति और जिला परिषद से पारित होकर सरकार के पास गया था। देखना होगा इनलोगों की मांगों के मद्देनजर प्रशासन कौन से कदन उठाती है।
0 comments:
Post a Comment