मधुबनी: राज्य में दिनों दिन शिक्षा व्यवस्था चरमराती जा रही
है। प्राथमिक व मध्य विद्यालयों की स्थिति और भी बदतर है । भवनों की कमी व
लचर व्यवस्था के कारण पठन पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बच्चे पढ़ाई
छोड़ खेलने में मशगूल रहते हैं। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की हालत भी
ठीक नहीं है। प्रखंड मुख्यालय से पांच सौ मीटर दक्षिण में स्थित राजकीयकृत
मध्य विद्यालय ब्रहमोत्तरा में मंगलवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला ।
पांच सौ से अधिक नामांकित छात्र छात्राओं में से महज 203 छात्र-छात्राएं
उपस्थित थीं । जिनके लिए मध्याह्न भोजन बन कर तैयार था। कुछ बच्चे खाना
खाकर चले भी गए थे। शेष बचे बच्चे भागे नहीं इसलिए शिक्षक-शिक्षिकउन्हे घेर
कर रखी हुई थीं। मंगलवार को मध्याह्न भोजन में चावल व सोयाबीन सब्जी व सलाद दी गई थी ।
बताया गया कि यहां नियमित मध्याह्न भोजन चल रहा है। पूर्व निर्धारित मेन्यू
के अनुसार भोजन दिया जाता है। प्रभारी शिक्षिका विनीता कुमारी ने बताया कि
प्रधानाध्यापिका अर्चना आजाद छुट्टी पर हैं । यहां भोजन तैयार होने के बाद
हम सभी चखने के बाद ही बच्चों के सामने भोजन परोसा जाता है। इस संबंध में
पूछने पर बीईओ के के महतो ने बताया कि वर्ग संचालन व एमडीएम सभी विद्यालयों
में जारी है । लेकिन शिक्षकों के मूल्यांकन कार्य में लगे रहने से पठन
पाठन बाधित हो रहा है ।
Subscribe to:
Post Comments
(
Atom
)
0 comments:
Post a Comment