जनकपुरधाम(नेपाल):
मिथिलांचल का महापर्व विवाह पंचमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या से चली बरात गुरुवार को जनकपुर पहुंचा। जहां मारवाड़ी सेवा समिति में नगर प्रमुख लाल किशोर साह, जानकी मंदिर के महंथ तपेश्वर दास, धनुषा जिल्ला सीडीओ प्रदीप कडेल, छोटे महंथ रामरौशन दास समेत लोगों ने बराती का भव्य स्वागत किया गया। बरात के आगमन के बाद नगर दर्शन व फुलवारी लीला का कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। शुक्रवार को मारवाड़ी सेवा समिति में ही तिलकोत्सव कार्यक्रम का भी आयोजन जाएगा। महंथ तपेश्वर दास के नेतृत्व में बरबीघा मैदान में हजारों नगरवासी की उपस्थिति में धनुष महायज्ञ का आयोजन किया गया। जहां सदियों से चली आ रही परंपरा को देखते हुए भगवान श्रीराम के स्वरुप के द्वारा धनुष को तोड़कर यज्ञ व महोत्सव को सफल बनाया गया। शनिवार को माता जानकी का मटकोर होगा। इसके बाद रविवार को विवाह पंचमी महोत्सव का सफल आयोजन सम्पन्न कर विदाई समारोह का आयोजन कर मिथिला के संस्कृति व परंपरा को संरक्षित किया जाएगा। जानकारी देते हुए युवा संगठन के रवि शर्मा ने बताया कि विवाह पंचमी महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी जनकपुर वासी एकजुट होकर तैयारी किए है। जिससे मिथिला के संस्कृति व परंपरा को कायम रखा जा सके।
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